एम्प्टी रोड घर में लोग, कोई न निकले, पुलिस डॉक्टर्स को छोड़ एम्प्टी रोड घर में लोग, कोई न निकले, पुलिस डॉक्टर्स को छोड़
चले थे हम साथ -साथ उनके, जाने कब कारवां बदल गया! चले थे हम साथ -साथ उनके, जाने कब कारवां बदल गया!
लेखन का महत्व समझ में आया, अब तक लिखना बदस्तूर जारी। लेखन का महत्व समझ में आया, अब तक लिखना बदस्तूर जारी।