धरती माॅं को समर्पित है मन, सरहुल है प्रकृति का पूजन। धरती माॅं को समर्पित है मन, सरहुल है प्रकृति का पूजन।
धरती की हृदय चीरकर बीज डालते हो खाना उपाजते हो और मनुष्यों के चेहरे पर हँसी लाते हो ग्रहण ... धरती की हृदय चीरकर बीज डालते हो खाना उपाजते हो और मनुष्यों के चेहरे पर ह...