हमारे मानस में चिरप्रवाहित हो श्रीजगन्नाथ जी की भक्ति-सरिता, माताजी की मधुरवाणी ममत्व सैम परमशान्ति... हमारे मानस में चिरप्रवाहित हो श्रीजगन्नाथ जी की भक्ति-सरिता, माताजी की मधुरवाणी...
लोकतंत्र मुट्ठी के अंदर, जनता की तो बस उंगली है । लोकतंत्र मुट्ठी के अंदर, जनता की तो बस उंगली है ।
फिर चुनावों का है मौसम, टोपियों ने बदले हैँ रंग. फिर चुनावों का है मौसम, टोपियों ने बदले हैँ रंग.