कहाँ मिलेगा पता नहीं कौन मिलेगा पता नहीं कब मिलेगा चैन कब कटेगी रैन कहाँ मिलेगा पता नहीं कौन मिलेगा पता नहीं कब मिलेगा चैन कब कटेगी रैन
अब उसको पहले से ज्यादा खटना पड़ता है आकर घर फिर चूल्हे में भी तपना पड़ता है अब उसको पहले से ज्यादा खटना पड़ता है आकर घर फिर चूल्हे में भी तपना पड़ता है
अब आप निश्चिंत हो जाएं। चैन की नींद सोएं। अब आप निश्चिंत हो जाएं। चैन की नींद सोएं।