समाज में देवी का उत्सव मनाओगे गुमनाम गलियों में औरतों की इज़्ज़त लुटवाओगे समाज में देवी का उत्सव मनाओगे गुमनाम गलियों में औरतों की इज़्ज़त...
हम अपने आप से ही यह सवाल करते हैं, हम अपने आप से ही यह सवाल करते हैं,
खफा तुम ना होना ये दिल ने कहा है एक सफर के लिए मैंने तुमको चुना है खफा तुम ना होना ये दिल ने कहा है एक सफर के लिए मैंने तुमको चुना है
मैंने उनकी अनुपस्थिति में तुम्हारे शब्दों को चुना मैंने उनकी अनुपस्थिति में तुम्हारे शब्दों को चुना