है अनोखा देश यह अपना अनोखे हैं जिसके त्यौहार आपस में हैं गुंथे हुए सब जैसे हो कोई मुक्ता हार है अनोखा देश यह अपना अनोखे हैं जिसके त्यौहार आपस में हैं गुंथे हुए सब जैसे हो...
सुख,समृद्धि शांति का अनुपम उपहार लेकर गणपति आए हमारे द्वार। सुख,समृद्धि शांति का अनुपम उपहार लेकर गणपति आए हमारे द्वार।
वर्षा हुई बूढ़ी, आया भादौं का महीना। वर्षा हुई बूढ़ी, आया भादौं का महीना।