बेहतर बनूं चांदनी, ठंडक दूं, जो धूप में है तपा। बेहतर बनूं चांदनी, ठंडक दूं, जो धूप में है तपा।
इश्क ने जब छोड़ा हाथ, फिर रहने को वो ज़िंदा बहनों के आगे वही हाथ राखी के लिए बढ़ता है इश्क ने जब छोड़ा हाथ, फिर रहने को वो ज़िंदा बहनों के आगे वही हाथ राखी के लिए...
फुफ्फुस में जब कभी गर्द पड़ी हो , सफाया कर उसका चट् से रेणु कण दूर भगाएं वो! फुफ्फुस में जब कभी गर्द पड़ी हो , सफाया कर उसका चट् से रेणु कण दूर भगाएं वो!