लेकिन लिखना इसकी टहनियों में, कांटे भी है, जो अक्सर गड़ते है दुःख देते है.... लेकिन लिखना इसकी टहनियों में, कांटे भी है, जो अक्सर गड़ते है दुःख देते है....
अँधेरे और उजाले में सदियों से अपना ठौर खोज रही है पृथ्वी। अँधेरे और उजाले में सदियों से अपना ठौर खोज रही है पृथ्वी।
देर से ही सही, मंजिल थी उसके पास। देर से ही सही, मंजिल थी उसके पास।
बच्चे प्यार से मुझको अपने पास बुलाते, अपने नाज़ुक कर कमलों से हैं सहलाते बच्चे प्यार से मुझको अपने पास बुलाते, अपने नाज़ुक कर कमलों से हैं सहलाते
यारों, सुनानी तुम्हें एक कहानी, सुनाती थी बचपन में मेरी नानी। कहानी का शीर्षक 'कभ यारों, सुनानी तुम्हें एक कहानी, सुनाती थी बचपन में मेरी नानी। कहानी ...
दौड के खरगोश आया Apple फोन लाया। दौड के खरगोश आया Apple फोन लाया।