मौत को दावत मैं दे हर बार सरहद पे खड़ा हूँ मौत सीने से लगाकर यार सरहद पे खड़ा हूँ। मौत को दावत मैं दे हर बार सरहद पे खड़ा हूँ मौत सीने से लगाकर यार सरहद पे खड़ा...
आज रात के बाद की सुबह का बेसब्री से इंतज़ार था दोनों मां - बिटिया को......। आज रात के बाद की सुबह का बेसब्री से इंतज़ार था दोनों मां - बिटिया को......।
अब खड़ा हूं अकेला बेहद तन्हा एक सुकून के इंतजार में.........!! अब खड़ा हूं अकेला बेहद तन्हा एक सुकून के इंतजार में.........!!