जीवन मूल्यों के कुरुक्षेत्र का विजयी युग अवतार सा पाया है जीवन मूल्यों के कुरुक्षेत्र का विजयी युग अवतार सा पाया है
संदेह ना कर, विश्वास को धर कुरक्षेत्र यही हैं जाता हैं किधर। संदेह ना कर, विश्वास को धर कुरक्षेत्र यही हैं जाता हैं किधर।
चक्रव्यूह को चकनाचूर किया महारथियों का मद दूर किया। चक्रव्यूह को चकनाचूर किया महारथियों का मद दूर किया।
हर पीढ़ी में अमर है, जो निर्जीव नहीं, हर पीढ़ी में अमर है, जो निर्जीव नहीं,
जो कभी मरती नहीं, हर पीढी में अमर है, जो कभी मरती नहीं, हर पीढी में अमर है,
कुरुक्षेत्र का मूल कारण क्या था? जितने व्यक्तित्व, उतने विचार। इस प्रश्न पर हर बुद्धिजीवी का अपना दृ... कुरुक्षेत्र का मूल कारण क्या था? जितने व्यक्तित्व, उतने विचार। इस प्रश्न पर हर ब...