अब हम एक और समां के बाप है हम एक और समां के बाप है। अब हम एक और समां के बाप है ... अब हम एक और समां के बाप है हम एक और समां के बाप है। अब हम ए...
ज़िन्दगी तो एक लज़ीज़ कबाब है तू है तो थोड़ा सा करारा। ज़िन्दगी तो एक लज़ीज़ कबाब है तू है तो थोड़ा सा करारा।
जिसकी मस्ती में देता नर कश्ती को शबाब फीकी पड़ती है तब लाखों बोतल शराब ऐसी लिखता रहे वह जीवन भर... जिसकी मस्ती में देता नर कश्ती को शबाब फीकी पड़ती है तब लाखों बोतल शराब ऐसी ...
ज़रा नोश फरमाएं , कुछ गजलें हमें भी सुनाएं। ज़रा नोश फरमाएं , कुछ गजलें हमें भी सुनाएं।