दौड़ सीखने उठ कर गिरी जो चीज़ काम मुलाकात सूरज चेहरा मां भूल लायक जल्दी प्यारे हिन्दी कविता hindi kavita गाने ऊपर गाना मेरा गाना किसी मंज़िल की तरफ़ कोई क़दम उठ न सका अपने ही पाँव की ज़ंजीर थे जाने वाले

Hindi उठ Poems