अक्ष भी क्यों खो सकता था घोड़े बेच के ? अक्ष भी क्यों खो सकता था घोड़े बेच के ?
नियति का अहर्निश एक ही अक्ष पर घूर्णन करेगा नियति का अहर्निश एक ही अक्ष पर घूर्णन करेगा