देखते ही लगा, हुस्न की मीठी हवा लहरा रही, तीख़े तेवर कभी, जो शर्म से हया को गले देखते ही लगा, हुस्न की मीठी हवा लहरा रही, तीख़े तेवर कभी, जो शर्म से हया को ग...
मन भौंरा गुनगुनाए ये हवा क्यों मुस्कुराए ? मन भौंरा गुनगुनाए ये हवा क्यों मुस्कुराए ?
शुरुआत वही, सौगात वही, थी नहीं अनकही, शुरुआत वही, सौगात वही, थी नहीं अनकही,
जानता हूँ तुम्हारी ये नाराज़गी, तेरी तेरे यार के लिए दीवानगी जानता हूँ तुम्हारी ये नाराज़गी, तेरी तेरे यार के लिए दीवानगी