और एक कदम चल दे तू बंदे , ठहरेगा अब मंजिल पे । और एक कदम चल दे तू बंदे , ठहरेगा अब मंजिल पे ।
तेरे वज़ूद को मिटाने के लिए, इन शैतानों ने अपनी ईमान को कब्र में दफ़न किया है... तेरे वज़ूद को मिटाने के लिए, इन शैतानों ने अपनी ईमान को कब्र में दफ़न किया है...
ना कर अब तू फिर मनमानी , है उसे खुुद को इंसाफ दिलानी.. ना कर अब तू फिर मनमानी , है उसे खुुद को इंसाफ दिलानी..