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Vinay Panda

Others

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Vinay Panda

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वक़्त की पहचान

वक़्त की पहचान

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वक़्त, मतलब समय !

सम्पूर्ण विश्व बंधा है समय के साथ फिर भी हम

कभी-कभी वक़्त के विपरीत कार्य करके ख़ुद अपने पैरो पर

कुल्हाड़ी मार लेते हैं , और दोष सब समय पर मढ़ देते हैं कि-

अपना समय अभी खराब चल रहा है ।


वक़्त जैसा साथी जीवन में कहीं मिलेगा भी नहीं आपको

जो हमें कोई भी कार्य करनें से पहले , एकबार दिल को टोकता ज़रूर है ।


एक हम इंसान ! सिवा अपने आगे कब किसी की सुनते हैं

भूलकर वक़्त की बात उलझाकर अपनी ज़िन्दगी

बाद में पश्चाताप करता है वह !


वक़्त सदैव परिवर्तनशील होता है। वक़्त ही बदलता है

जब इंसान रातों-रात अमीर हो जाता है और धनवान् व्यक्ति

अपना सब कुछ लूटा कर पल भर में कंगाल हो जाता है ।

जिसे हम क़िस्मत समझकर अपने ही नसीब का दोष देते हैं ।


जब समय के साथ सब कुछ बदलता रहता है

इस जहाँ में तो हम वक़्त को पहचान ने की भूल करें ही क्यूँ..!

उपर लाख़ आफ़त आ जाये उन परेशानियों से हम डरे क्यूँ..!


आज दुःख है तो कल सुख आयेगा ज़रूर बस यही सोच लेकर

गर् हम अपना सफ़र जारी रखें तो कोई माई का लाल !

अपनीं तरक्की को रोक नहीं सकता है ।


इसलिए मेरा हाथ जोड़कर दुनिया से विनती है कि -

वक़्त को पहचानो और समय के साथ चलना सीखो

तुम हो क्या आख़िर एक बांस का फोकला , हवा के संग बस

बहना सीखो..!


समय बड़ा बलवान होता है , जिनसे तुम्हें लड़ना नहीं है

बस थोड़ी पहचान रखकर वक़्त के साथ चलिए

मंज़िल भी तेरे इंतज़ार में बैठी है सिर्फ तुझे अपने कदम

बढ़ाने होंगे..!!



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