विश यू अ पापा भाग २
विश यू अ पापा भाग २
हेप्पी हेप्पी बर्थ डे पापा, हेल्दी वेल्थी रहो पापा
दीव दमन दिखाया है आपने मुझे पापा
दुबई स्विट्ज़रलैण्ड दिखाऊँगी मैं आपको।
सरल हूं मैं पापा लेकिन साधारण नहीं हूं मैं पापा
हजारों बार घंटों तक रोई हूं बिस्तर पे छुप छुप के
हज़ारों बार हुई हूं रिजेक्ट, हज़ारों बार हारी हूं
हरबार मुझे रिजेक्ट करनेवालों को
गलत साबित कर दिया है मैंने
वजह आप ही तो हो मेरे पापा।
पढ़ती हूँ हर रोज हनुमान चालीसा का पाठ में
सून लेती हूं हिपहॉप सोंग भी कभी
असर नहीं हुआ है कभी मेरे संस्कारो में कभी
वजह आप ही तो हो मेरे पापा।
याद आता है मुझे बचपन में
जिद की थी मैंने स्कूटर लाने की
रोई थी पूरी रात और सुबह आपने
पैसे उधार लेकर दिलाई थी।
कितना सताया था मैंने आपको
पापा याद आता है आज भी मुझे
नये स्कूटर पर फ़िर
आपने मेरा नाम लिखवाया था
देख लेना पापा अब में मेरे साथ
आपका नाम इतिहास में लिखवाऊंगी।
बचपन में जब आलस आती थी पढ़ाई में
छुपके फिर मैं अखबार पढ़ने लगती थीं
जानते थे सबकुछ आप फिर भी अनजान बैठे रहते थे
याद आती है आज भी मुझे बचपन की सारी हरकतें।
बाग में आग लगे पर फिर भी एक भी दाग न लगे
ऐसी वाघ हूं मैं, देखनेवाले दंग रह जाएंगे मुझे
ऐसी में आपकी औलाद हूं
कर दिखाऊँगी आपका नाम रोशन में
देख लेना पापा, नाम बनाऊंगी मैं
हेप्पी हेप्पी बर्थ डे पापा, हेल्दी वेल्थी रहो पापा।