विरोध चारों तरफ हैं...
विरोध चारों तरफ हैं...
कभी किसानों का तो कभी युवाओं का विरोध है
सरकार के गलत निर्णय का विरोध चारों तरफ हैं
जहां भी देखो वहां धरना प्रदर्शन और विरोध है
सड़कों पर देखो तो धुआँ ही धुआँ चारों तरफ हैं
हर मोड़ पर सरकार की नाकामियों का विरोध हैं
बेरोजगारों की तादाद आज देश में चारों तरफ है
सरकारी संपत्ति वो बेच रहे है उसी का विरोध हैं
आई है जब से यह सरकार बर्बादी चारों तरफ है
हर चीज़ को प्राइवेट हाथों में बेचने का विरोध हैं
अदानी–अंबानी की ही संपत्तियां चारों तरफ हैं
सरकार के हर फ़ैसले पर जनता का गतिरोध है
राष्ट्रवादी सरकार में खून के निशान चारों तरफ है
अग्नि नहीं ये है कांटों का पथ जिसका विरोध है
मेरा हिंदोस्ता क्यों जल रहा आज चारों तरफ है
सरकार का विरोध करनेवालों का अब विरोध है
उनकी नज़र में हितेंद्र जैसे देशद्रोही चारों तरफ हैं।