वादा तुझसे है माँ भारती
वादा तुझसे है माँ भारती
ये वादा है तुझसे,हे माँ भारती
युवा नौनिहाल हम भारत माँ के,
शान कभी न इसकी, कम होने देंगे,
शहीदो की शहादत से सजे चमन पर,
तन मन हम भी न्यौछावर कर देंगे।
ये वादा है तुझसे, हे माँ भारती।
राष्ट्र की संस्कृति को सुदृढ़ बनाएँगे,
अस्मिता पर देश की आघात न होने देंगे,
हम युवाशक्ति,वक्त को मुट्ठी में कर ले,
जी जान से राष्ट्र गौरव को बढाएंगे,
ये वादा है तुझसे, हे माँ भारती।
ध्वजा प्रगति के हर पथ पर लहराएंगे,
नेताजी,भगतसिंह बनकर देश पर छा जाएंगे,
लक्ष्य से अपने कभी नहीं डगमगाएंगे,
देश प्रेम की भावना हर प्राणी में जगाएंगे।
ये वादा है तुझसे, हे माँ भारती।
तम की बेला में भी पुण्य प्रकाश जगाएंगे,
कांटे भी पांव का वेग न रोक पाएंगे,
लोक मंगल का संकल्प ले चलते जाएंगे,
कीचड़ में कमल दल जैसे खिल जाएंगे।
ये वादा है तुझसे हे माँ भारती।
भारत माँ की धरा को चंदन सा महकाएंगे,
चैनो अमन और मानवता का पाठ पढाएंगे,
युवा ऊर्जा हैं हम माँ, हौसला भरपूर है,
देश को फिर सोने की चिड़िया बनाएंगे।
ये वादा है तुझसे, हे माँ भारती।
सर्वे भवंतु सुखिना,वसुधैव कुटुंबकम का प्रण होगा,
सुख दुख सबके सांझा होंगे,अकेला न कोई रोएगा
जोत से जोत जलेगी तिमिर सब मिट जाएगा
श्रषि मुनियों का ये पावन देश, देवभूमि कहलाएगा।
ये वादा है तुझसे हे माँ भारती।
