STORYMIRROR

Ajay Gupta

Children Stories

3  

Ajay Gupta

Children Stories

तरु वर

तरु वर

1 min
160

कुछ बीज जब हमने लगाये 

अंकुर आये मन को भाये


समय पर पानी और दे कर खाद 

रोज रखते हम उनका ख्याल 


हम भी बड़े होते गए तरुवर के संग 

कभी खाए फल तो कभी झूले संग 


तरु वर हर गम में साथ थे मेरे 

खुश होता मैं भूल दुःख गहरे 


बच्चें करते पिकनिक उसकी छांव

हरा हो गया मेरा मन और मेरा गांव. 


Rate this content
Log in