तन्हाई

तन्हाई

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ये तन्हाई भी अजीब है

जानलेवा भी है


मगर


ज़िंदगी का अहम हिस्सा भी यही है

दगाबाज़ों की बस्ती का आईना भी यही है


बेवफाओं की कश्ती में सवार

हर राही की राह भी यही है


है तन्हा उस जान की जान ये

नासूर उस दर्द की दवा भी यही है


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