तिजारत
तिजारत
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रिश्तों की तिजारत में बिकती हैं कईं
हसीन, रेशमी, साज़िशें, बे-शुमार
कहने को तो दिल छोटा सा है मगर
इसमें बसी हुई हैं ख्वाहिशें बे- शुमार
मुझसे माँगा था मेरी दौलत का हिसाब
चंद रिश्ते हैं कीमती और यादें बे-शुमार