niraj shah
Others
क्या चुनते हैं हम, कल के लिए
नहीं सोचते ये, एक पल के लिए
कुछ ईमान की भी सुना करो
पाओगे सुकून जीने के लिए
बारिश की बूँद...
बारिश
दौड़
तिजारत
सौगात तेरे सा...
ख्वाब
प्यार से सींच...
एहसान
भ्रम
सुकून