श्रीराम कहलाते हैं
श्रीराम कहलाते हैं
श्रीराम तुम्हारे चरणों में हम भाव चढ़ाते हैं
प्रभु आप मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम कहलाते हैं।
मानव जन जग में मानव रूप अवतार लिया
बनके धनुषधारी दानव दैत्य संघार किया
अवतार दिवस को हम राम नवमी मनाते हैं
श्रीराम तुम्हारे चरणों में हम भाव चढ़ाते हैं।
जग का हो कल्याण तुमने वन प्रस्थान किया
धर रूप सन्यासी सबरी केवट उत्थान किया
जिन चरणों ने तारा अहिल्या चरन पुजाते हैं
श्रीराम तुम्हारे चरणों में हम भाव चढ़ाते हैं।
महिमा तेरी अपरम्पार पभू बरनी ना जाये
जग का किया उद्धार लेखनी ना लिखाये
भारती कहे जय श्रीराम अब हम सिर नवाते हैं
श्रीराम तुम्हारे चरणों में हम भाव चढ़ाते हैं।
रावण को मार स्वर्ग पहुंचाया माँ सीता छुड़ाया
फिर आओ भारत में राम भक्तो ने तुमको बुलाया
अयोध्या में हम सब अब तेरा दरबार सजाते हैं
श्रीराम तुम्हारे चरणों मेंं हम भाव चढ़ाते हैं।