वो कोई और नहीं नारी है स्वाभिमानी सी वो। वो कोई और नहीं नारी है स्वाभिमानी सी वो।
ये लिख रही हूँ किसके लिए जब पता मुझे चलेगा तो तुम्हे भी बताउंगी। ये लिख रही हूँ किसके लिए जब पता मुझे चलेगा तो तुम्हे भी बताउंगी।
उम्र के कच्चे थे जन्मांतर मात्र एक साल मतांतर बहुत विशाल ! उम्र के कच्चे थे जन्मांतर मात्र एक साल मतांतर बहुत विशाल !
करुं मां प्यार तुम्हें हमेशा मेरा चरित्र हो तुम जैसा । करुं मां प्यार तुम्हें हमेशा मेरा चरित्र हो तुम जैसा ।