ऋतुराज बसंत
ऋतुराज बसंत
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आ गया है
ऋतुराज बसंत
हो गया है
मौसम सुहावना
जो लगता है
मन भवना
मस्त हवा
लहराती है
जो हमारे मन
को हर्षाती है
कोयली की
बोली लगती है
मधुर मधुर
जो कानों
में सुरीले
गीत गाती है
त्योहारों का
मौसम संग लाया है
ऋतुराज बसंत आया है
गेंहू की बाली
अलसी चना
खेत को सजाया है
जिसे देखकर
हमारा मन हर्षाया है
खुशियों ने हमारे
आँगन में घर बसाया।
