न चाहूं भोग संसार का , न ही किसी और का संयोग। न चाहूं भोग संसार का , न ही किसी और का संयोग।
बस मैं ही हूँ अकेली अरे ! किसने कहा मैं अकेली हूँ ? मैं भी तो हूँ साथ अपने। बस मैं ही हूँ अकेली अरे ! किसने कहा मैं अकेली हूँ ? मैं भी तो हूँ साथ अप...
सोने के इस महल में , आज उसने खुदको अकेला पाया।(६) सोने के इस महल में , आज उसने खुदको अकेला पाया।(६)