राज ऐ गली कीचड़ भरी
राज ऐ गली कीचड़ भरी
यहाँ देख गली,गली कीचड़ भरी ,उछल पड़ी है
मैं गर रखूं पांव जोर से, सब नुकसान हमारा है,
रेशम के धागे लगा रखे हैं मान रखने को
यहां देख गली -गली कीचड़ भरी उछल पड़ी है।
सहमे -सहमे चल रहा हूँ
कदम रखूं गलत गर कोई,धब्बे लग जाते है।
खुद की आहट सुन रहा हूँ
यहाँ देख गली- गली कीचड़ भरी उछल रही है।
गर कर थोड़ी भी जल्दबाजी
कदम अपने उठाने में
आतिशबाजी हो जाती है।
सदमा ऐसा पास न आये
गोला बारूद फट न जाये
राही हूँ, जान ऐ जोखिम लड़
यहाँ देख गली -गली कीचड़ भरी उछल पड़ी है।
कहे राजयोग गोली बारूद का यहाँ काम नहीं
तीर बात रूपी बाण से निकल रहे हैं
यह बारिश उनके यहाँ न हो
मिलने को जिनसे तरस गए हैं
उत्तर-दक्षिण, पूर्व-पश्चिम बरस रहे हैं।
मंजिल दूर नहीं है
ठान लिया है।
कदम न आगे जाऊं
यहाँ देख गली- गली कीचड़ भरी उछल पड़ी है।