राइटर
राइटर
1 min
134
सोचा
कुछ लिखा जाए
मनोभावों को
शब्दों में ढाला जाए
महंगाई में सरकार को
कोसा जाए
अपनी कमियां
दूसरों पर थोपी जाए
खुद को साबित किया जाए
राजा हरीश चंद्र
चलो निकाली जाए
मन की भड़ास
लेखक न पाठक,
कहलाया जाऊँ
फिर भी राइटर.
