राह दिखाता है
राह दिखाता है

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मुझे राह दिखा,
लाने वाले मेरे मन।
कभी राह खुद तुम,
यूँ ही न भटकना।
मुझे राह।
मोहब्बत में जीते,
मोहब्बत से रहते ।
मोहब्बत हम सब,
जन से है करते।
स्नेह प्यार की दुनिया,
हम है बसाते।
मुझे राह।।
न भेद हम करते,
जाती और धर्म में।
न भेद करते,
ऊंच और नीच में।
मैं रखता हूँ समान भाव,
अपने दिल में।
मुझे राह।।
हमे अपनी संस्कृति,
को है बचना ।
दिलो में लोगो के,
प्यार है जगाना।
अपनी एकता और
अखंडता बचाना।
मुझे राह ।।