पुलिस खड़ी है डगर डगर पर
पुलिस खड़ी है डगर डगर पर
पुलिस खड़ी है डगर डगर।
आ मत जाना राजीव नगर।
लठ सज़ा रखे हैं हर एक मोड़ पर।
निकलो तो सही बेली रोड पर।
शरीर में लगा देगा जंग
जो गया आलम गंज।
बदन से निकलेगी आग
जो पहुंचा गर्दनी बाग
घर से मत निकलना मेरे प्यारे
पुलिस खड़ी है, बडे-छोटे सभी चौराहे
बदल देगा पूरा हुलिया
जो पहुंचा राजापुर पुलिया
मार मार के कर देंगे टांगे मोटी
आ मत जाना अभी पटनदेवी
फ़िर घर मोटरसाइकिल भी न लौटी।
घर वाला भी न पहचान पाएगा
अगर जो राजा बाज़ार जाएगा
जो दिखा अगर हड़ताली मोड़ पे
तो घर न जाएगा सुरक्षित लौट के
भूल कर भी न निकलना सगुना मोड़ की ओर
पुलिस देगा हड्डी तोड़
जो भी दिखा ओवरब्रिज पुल के निचे
तो पुलिस पड़ गया उसके पीछे
दौड़ा देगा सब पापा की परियों को,
बिग बाजार जाने वाली छोरियों को
लंगड़ाते हुये जाओगे अपने घर पर
जा कर तो देखो डाकबंगला चौराहा पर
सोच रहे होगे आखिर कौन इतना ख़तरनाक बोला!!
भईया समझाने के लिए पुलिस ने ही ये राज खोला
और एक सबसे बेहतरीन एडवाइस...
तोड़ देंगे शरीर का कोना कोना
जहाँ दिख गए बाबू सोना!!