पर्यावरण की रक्षा
पर्यावरण की रक्षा
एक दिन पूरा होगा,
हर एक लोगो का सपना।
शुद्ध वादियों के बीच ,
होगा एक मकां अपना ।।
खुद तो हमने समझ लिया है,
अब दूसरों को समझाना है।
पर्यावरण को स्वच्छ रखने में ,
अब हमको आगे आना है।।
साथ एक फरियाद लेकर ,
आया हूं इस जमाने से।
हमे खुद को रोकना होगा ,
बेवजह पानी बहाने से।।
आओ हम साथ मिलकर ,
खुद से इक सवाल करें।
खुद कि लापरवाही से ,
खुद से क्यों खिलवाड़ करें।।
प्रकृति ने खूब दिया है,
हमको भी कुछ देना होगा।
वक़्त है संभल जाने की ,
नहीं तो फिर रोना होगा।।
प्रदूषण को रोकने में ,
हम सबको मिलना होगा,।
कदम से कदम मिलाकर ,
साथ में चलना होगा ।।
पेड़ लगाओ ,जल संरक्षण ,
हर जन का एक नारा है।
कुछ नहीं होने देंगे ,
ये पर्यावरण हमारा है ।।
तो आओ सौगंध लेते हैं आज।
शुद्ध पर्यावरण का करें आगाज।।
