प्रकृति मां की गोद
प्रकृति मां की गोद
आजकल हम इतने व्यस्त हैं
कि अपने आप से ही त्रस्त हैं,
अपने मोबाईल फोन में ही
हमारी दुनियाँ सिमट गई है
न इसके आगे न इनके पीछे
कभी अपने मोबाइल फोन से
छुट्टी लेकर नजर उठाकर देखिये
तो सही प्रकृति माता आपको
पुकार रही है अपनी गोद में खिलाने को,
इतनी व्याकुल है कि उनकी व्याकुलता
नजर आती है आप देखिए तो,
जब भी आप उनकी गोद मे जायेंगे
सब कुछ भूल जायेंगे
याद रहेगा तो वो वक्त जो
अपने प्रकृति माता की गोद में बिताया है,
नदियों को बहते हुए देखना
एक सुखद आत्म अनुभूति है
जो कैसा भी हो मार्ग बिना रुके बहती है।
जो हमेह प्रेरणा देती है कि हम सबकुछ कर सकते हैं।
बस हमें हिम्मत और लगन की जरूरत है
सुंदर वन पेड़ पौधें ऐसे लगते हैं
जैसे प्रकृति माँ ने हरी चादर ओढ़ ली है
जो आँखों को भा जाती है।
जो इतनी ताकत तो रखती है
को आपका हर दर्द अकेलापन सब मिटा दे
आप प्रकृति माँ की गोद मे जाकर देखिये।
