पहले जन्मदिन का नन्हा आभार!
पहले जन्मदिन का नन्हा आभार!
छोटा सा बाबू हुआ बहुत खुश, पाकर आप सबका दुलार।
बोलता तो नहीं है कुछ अभी, पर कुछ इस तरह देना चाहता है आपको अपने पहले जन्मदिन का आभार।।
सुबह से ही हो रही थी मुझ पर, पप्पियों झप्पियों की बौछार।
मां-बाबा दोनों ही कर रहे थे, मुझसे रोज से ज्यादा प्यार।।
दिलाए नये-नये कपड़े और दिलाई नई-नई कार।
मीठा मीठा केक बनाया और सजा दी गुब्बारों से दीवार।।
मोबाइल भी सुबह से बिजी था, यूट्यूब पर अपनी पोयम नहीं सुनी एक भी बार।
समझ नहीं आ रहा था, माजरा क्या है आखिरकार।।
इशारों ही इशारों में मैंने दोनों से पूछा, आप ठीक तो हो या कहीं चढ़ तो नहीं गया बुखार।
उन्होंने कहा आज है तुम्हारा पहला जन्मदिन, चारों तरफ से आ रहे हैं इसी बधाई के समाचार।।
जन्मदिन क्या होता है, मैंने पूछा यह सवाल।
मम्मा ने कहा, यह वह दिन है जब तुम आए थे दुनिया में लेकर खुशियां अपार।।
नाना-नानी मामा-मामी मौसा-मौसी, सब लोगों को था तुम्हारे आने का इंतजार।।
आज तुम्हें आए हुए, हो गया है एक साल।
इसी तरह यह जन्मदिन मनेगा, अब हर साल।।
मम्मी की सब बातें सुनी तो मगर, ज्यादा कुछ समझ ना आया।
बस आप सब लोगों का नाम सुनकर, मैं बहुत हर्षाया।।
आप सब लोगों के आशीर्वाद का, मुझ तक पहुंच गया है पैगाम।
मेरी तरफ से आप लोगों को, मां-बाबा दे रहे हैं धन्यवाद और प्रणाम।।