फैशन
फैशन
फैशन की अंधी दौड़ की
होड़ लगी है, आज
न है, परवाह बड़ों की
न कोई शर्म न लाज।।
नये- नये सामान से
अब, सज चुका बाजार
दो कदम चलने को भी
चाहिए मोटर कार ।।
फैशन के इस दौर में
बाजार में मची है लूट
लिखा मिले दुकानों पर
हमारे यहां है, भारी छूट ।।
फैशन के पीछे चाहे
जितना भाग लो तुम
लाखों रुपए फूंक लो
फिर भी लगते कम ।।
लड़कियां भी कम नहीं
मिलती जब भी चार
घुटनों फटी जींस पहन
सब घूमें बीच बाजार ।।
फैशन की इस दौड़ ने
आज हमें दिखला दिया
बाप की जुटाई संपत्ति को
बेटे ने ही, बिकवा दिया ।।
नर -नारी हों, या हों बच्चे
कोई नहीं फैशन में पीछे
नजरें, आसमां पर सब की
देखें न, कोई अब तो नीचे ।।
