इन दिनों लाक डाउन के समय मैं अपनी हर सुबह एक नए तरीके से जीता हूं इन दिनों लाक डाउन के समय मैं अपनी हर सुबह एक नए तरीके से जीता हूं
बाबा की गोद मे पली हूँ ममता के आंचल मे नभी हूँ बाबा की गोद मे पली हूँ ममता के आंचल मे नभी हूँ
कुछ भी राज़ नहीं इसमे, फिर भी तुम संभलते हो। कुछ भी राज़ नहीं इसमे, फिर भी तुम संभलते हो।
क्या तेरे लोक में भी ऐसा होता है ; या वहां हर कोई एक जैसा होता है। क्या तेरे लोक में भी ऐसा होता है ; या वहां हर कोई एक जैसा होता है।