प्रिय डायरी: मेरी दिनचर्या
प्रिय डायरी: मेरी दिनचर्या
इन दिनों लाक डाउन के समय मैं अपनी हर सुबह एक नए तरीके से जीता हूं अगर मैं व्यवस्थित होकर अपनी दिनचर्या का नियमित पालन करूं तो मेरा हर दिन एक तरोताजा रहेगाl सर बताओ सुबह उठता हूं । मैं सुबह की नित्य क्रिया करने के बाद ईश्वर के ऊपर ध्यान लगाना योग और व्यायाम करता हूंl हर दिन क्या हो रहा है इसके लिए मैं रोज नियमित अखबार पढ़ता हूंl अखबार पढ़ने के बाद में चाय पीता हूंl फिर दोपहर के भोजन बनाने के लिए मां का साथ देता हूं कुछ घंटों के लिए जिससे उनको भी अच्छा लगता हैl दोपहर के समय टीवी देखना न्यूज़ सुनना और भाइयों के साथ बैठना यही मेरा दोपहर का कार्य है। भाइयों के साथ बैठकर आने वाले भविष्य के बारे में उनको बताना समझानाl दोपहर के खाने के बाद मां की सेवा करता हूंl माता पिता की सेवा करने का यही सब को उचित समय मिला हैl शाम 4:00 बजे तक आराम करता हूंl फिर शाम की दिनचर्या में धार्मिक किताबें पढ़ना उन पर विचार करना यह सभी क्रियाएं में करता हूंl फिर मां के साथ रात्रि भोजन बनाने के लिए उनका साथ देता हूं रात्रि भोजन बन जाने के बाद कुछ घंटों तक अपनी कंपटीशन की तैयारी की किताबों को पढ़ना यह मेरा नियमित कार्य हैl फिर रात्रि भोजन पूरे परिवार के साथ बैठकर करता हूंl भोजन करने के बाद आधे घंटे छत पर घूमता हूं फिर भाइयों और मां के साथ बैठकर एक दूसरे के विषय में बातचीत करना परिवार के सदस्यों को फोन करना उनका हाल-चाल पूछना जिससे मन हल्का हो जाता है; देर रात तक ना जगह इसलिए 10:00 बजे तक सो जाता हूंl यह नियमित दिनचर्या मैंने लाख डाउन के समय अपने लिए बनाया है दिनचर्या में परिवार के सदस्य भी साथ देते हैंl