Kahkashan Danish
Children Stories Inspirational
मचलती ये हवा अनमोल इतनी,
मर ही जाएंगे, अगर ना पाएं हम।
और इस पानी की क़ीमत है बड़ी,
मिलकर इसे भी अब बचाएं हम।
नेमतें बख़्शी हैं कुदरत ने बहुत,
और मिट्टी में ख़जाना है छिपा,
हर तरफ़ अब सब्ज़ रंग दिखता रहे,
पेड़ इतने अब उगाएं हम।
मेरे मुरशिद
जीवन और संघर्...
सावधानी
मिट्टी का गीत
कैसी तन्हाई ?
हौसला रखिऐ
माफ़ीनामा
रब ही जाने!
हिज्र में उम्...