ख़ाक .
Others
प्यार और वफ़ा के
पाठ लिए बैठे है
कल तक थे जो अजनबी,
आज नबी बने बैठे है
अब वक्त कहा ह...
उड़ना भूल गया...
कश्ती
हंस कर मिल ले...
हालात
थका तो नहीं ह...
ऐसे जीना भी क...
हर्फ़-दर-हर्फ़
नबी बने बैठे ...
रास्ते