मंजिल
मंजिल
चाहत सभी को है इसे पाने की
पर राह न जाने उस तक जाने की,
किन्तु यहाँ तक पहुँच पाना है मुश्किल
ऐसी अदभुत यात्रा का नाम है मंजिल,
हर कोई इसके भंवर में जूझ रहा है
कोई उसे छू रहा तो कोई पा रहा है,
जिसने पाया है उसे आगे और पाने की चाह है मंजिल
जो छू न सका उसे एक बार सिर्फ महसूस करने की आस है मंजिल,
ऐसी अदभुत यात्रा का नाम है मंजिल
मजबूत हौसले की उड़ान है मंजिल,
मेहनत और धैर्य की पैहचान है मंजिल
इस दुनिया में जीने की एक जरुरत है मंजिल,
आख़िर जिंदगी बयान करने का दूसरा नाम है मंजिल
ऐसी अदभुत यात्रा का नाम है मंजिल।