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मित्र

मित्र

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पीछे नहीं हटा कभी, संग में वो मर गया
चंदबरदाई जैसा, मीत होना चाहिए

एक अर्श एक फर्श, भेदभाव एक नहीं,
वासुदेव सुदामा सा, प्रीत होना चाहिए

चाहे राह अधर्म की, साथ नहीं छोड़े दोस्त
कर्ण ने निभाया ऐसी, रीत होना चाहिए

मतलबी न हो यार, जल सा निश्छल प्यार,
होंठों पर ऐसा एक, गीत होना चाहिए

 


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