STORYMIRROR

जीवन

जीवन

1 min
13.6K


जीवन में ऐसी रेखा हो
मर्यादा न कभी पार करूँ
प्रेम  करूँ छोटों से सदा
बुजुर्गों का सम्मान करूँ

जब भी बोलूँ मीठा बोलूँ
न दिल पे किसी के घाव करूँ
सहज सरल दरिया सा बहूँ
प्रेम दया उपकार करूँ

अतुल बालाघाटी

 


Rate this content
Log in