मेरे पापा
मेरे पापा
मेरे सपनों के खरीदार , खड़े हैं पापा बीच बाजार।
अपनी खुशियां रख उधार, खड़े हैं पापा बीच बाजार।
ले कंधे पर पूरा परिवार , खड़े हैं पापा बीच बाजार।
उनकी इच्छायें लाचार, खड़े हैं पापा बीच बाजार।
खरीदने को पूरा संसार, खड़े हैं पापा बीच बाजार।
मेरे इकलौते हथियार, खड़े हैं पापा बीच बाजार ।
मम्मी के मेरे श्रृंगार खड़े हैं पापा बीच बाजार।
आंखों पर चश्मे का वार , खड़े हैं पापा बीच बाजार।
उनके सहमे सब व्यवहार, खड़े हैं पापा बीच बाजार।
सहते शब्दों के तलवार, खड़े हैं पापा बीच बाजार।
जीते मरते रोज सौ बार , खड़े हैं पापा बीच बाजार।
रिटायर्ड हो गए वो किरदार,खड़े हैं पापा बीच बाजार।
मेरे सपनों के खरीदार , खड़े हैं पापा बीच बाजार।
