मेरा प्यारा भारत देश
मेरा प्यारा भारत देश
अनुपम अद्भुत भारत देश,
अखंड विश्व में है सर्वेश।
बुद्ध, महावीर के उपदेश,
देते हैं अनुपम संदेश।
ऋषि-मुनियों की तपोभूमि,
देवों की ये जन्मभूमि।
वेद, उपनिषद्, पुराण गीता,
रामायण, रामचरित पुनीता।
अनुपम ज्ञान सम्पदा विपुल,
संस्कृति इनसे होती झिलमिल।
महाकवियों की रचना अनुपम
साहित्य मनीषियों की वाणी निरूपम।
वीरप्रसविनी भूमि है इसकी,
वीर-रत्नों से सजी है संवरी है।
मातृभूमि की रक्षा में रत,
त्याग-बलिदान का भाव विपुल।
पंचशील सिद्धांत प्रदाता,
शरणागत का शरणदाता।
मानवता का पथ प्रदर्शक,
मानवता के भाव विपुल।