STORYMIRROR

Anand Kumar

Others

3  

Anand Kumar

Others

मधुशाला २

मधुशाला २

1 min
288

मुसलमान और हिन्दू का, यहाँ कोई भेद नहीं है 

किसको मिला पहले हाला, इससे कोई खेद नहीं है

भुला मज़हब की दीवारें, साथ बैठते हैं सब 

गम चाहे जो भी हो, साथ उठाते अपना प्याला 

आमिर-गरीब, ज़ात-मज़हब से नहीं कोई यहाँ बाटने वाला 

साकी, ऐसी है ये, मेरी मधुशाला।


Rate this content
Log in