Krishna Basera
Others
ये इश्क़, ये उल्फ़त,
ये प्यार और ये मोहब्बत
महज़ लफ्ज़ों के सिवा
कुछ भी तो नही है ये
तूने ही इनको मायने दिये और
तूने ही तो इनके मायने बदले है।
पहली मुलाक़ात
मुझे आज भी नह...
मेरे मौला
तन्हाई : दास्...
मोहब्बत
खामोशी
चलते-चलते
जब खुद से खुद...
मुसाफ़िर
आख़िरी सलाम