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Shailaja Bhattad

Children Stories

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Shailaja Bhattad

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लोरी

लोरी

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सपनों के समंदर में डुबकी लगाने। 

निंदिया के पलना में सोने चली। 

मेरी प्यारी नन्ही परी। 

निंदिया के पलना सोने चली।

किस मोतियन से होगी सुहानी सुबह। 

किस उजली किरण से खिलेगा ये मन। 

पहेली सुलझाते, खिलते- खिलाते। 

सोने चली मेरी प्यारी नन्ही परी। 

अरमानों की कश्ती में खोकर चली ।

सपनों की गली मस्त होकर चली। 

मेरी प्यारी-प्यारी नन्ही परी। 

सोने चली मेरी प्यारी परी।

खुशियां ना छूटे, गुड़िया ना रूठे। 

गुड़िया को मनाने चली नन्ही परी। 

पलने पर सोने, देखो चली। 

प्यारी नन्ही परी, मेरी नन्ही परी। 

गगन के बिछोने पर, बदली सरहाने ।

भौरों के गुंजन में, हो के मगन सोने चली। 

तितलियों संग इठलाती चली। 

प्यारी नन्ही परी, मेरी नन्ही परी।


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