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ले के सहारे
ले के सहारे
ले के सहारे
ले के सहारे
ले के सहारे
यादों की कश्तियों में
पाए किनारे।
पीत वसन
लहराती वसुधा
गौरी उदास।
दर्द छलके
हृदय का दर्पण
खुलती आँखें।
बसन्त आया
करता है विभोर
मन लहरा।
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