क्रिकेट का त्यौहार
क्रिकेट का त्यौहार
लो आ गया क्रिकेट का सफर ये सुहाना
वर्ल्ड कप का हुआ हर कोई दीवाना।
होली बीती, दीवाली बीती, बीत गयी ईद की बहार
पर उत्सव न रुकेगा अभी, आया क्रिकेट का त्यौहार।
टक टकी लगाए बैठे है यहाँ लाखों प्रशंसक
सब काम भुला बैठे है अलबेले ये दर्शक।
चौके छक्के पे जहाँ सीटियाँ हज़ार बजती है
वहीं खिलाड़ी आउट हो जाने पे धड़कनें ये रूकती है।
राजनीति में जहाँ पूरा देश, जात-पात में बँट जाता है
वहीं क्रिकेट के खेल में पूरा राष्ट्र एक हो जाता है।
न है कोई धर्म इसका न कोई है इसका मज़हब
भारत की जीत ही है इसका एकमात्र मक़सद।
कोई करे पाठ पूजा तो कोई करे इबादत
दुआ करे हर कोई, लिए जीत की चाहत।
भारत का तिरंगा लहरायेगा जब शान से
गर्व करेगा हर नागरिक अपनी इस पहचान से।
उम्मीद है पूरी, है पक्का विश्वास भी
आएगा वर्ल्ड कप घर, इस बार भी।