कलम
कलम
1 min
408
गगन बिक रहा है,
चमन बिक रहा है
ग़रीबों के शव का
कफ़न बिक रहा है
कलम के सिपाही
अगर सो गए
तो वतन के पुजारी
वतन बेच देंगे।